सुर ताल संगम द्वारा सदी के महागायक मोहम्मद रफ़ी को श्रद्धांजलि

मशहूर गायक स्व मोहम्मद रफ़ी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था सुर ताल संगम ने भव्य संगीत संध्या का शानदार आयोजन किया। जिसमें देश भर के विभिन्न राज्यों से उत्कृष्ट गायक कलाकारों ने भाग लिया और मोहम्मद रफ़ी के गाए नायाब गीतों को प्रस्तुत करके श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस ऐतिहासिक आयोजन को यादगार बनाने के उद्देश्य से अखिल भारतीय स्तर पर गायन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। पांच साल से अस्सी साल की उम्र वाले गायक कलाकारों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी करके कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। जूनियर आयु वर्ग में अद्विका श्रीवास्तव ने शास्त्रीय संगीत पर आधारित अंखियां संग अंखियां लागी सुनाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया, युविका पांडेय ने बार बार देखो गीत पर खूबसूरत प्रस्तुति देकर द्वितीय स्थान पर पकड़ बनाई तथा बेहतरीन आवाज़ में लिखे जो ख़त तुझे गाकर तृतीय स्थान प्राप्त किया। 

सीनियर ग्रुप में जहां पूजा शर्मा ने अजहूं ना आए बालमा गाकर बाजी मारी, तो वहीं रितिका श्रीवास्तव ने अहसान तेरा होगा मुझपर की प्रस्तुति से द्वितीय और दीपक दीवाना ने तेरे नाम का दीवाना सुनाकर तृतीय स्थान पर कब्जा किया। कार्यक्रम के विशेष आकर्षण बने अति वरिष्ठ आयु वर्ग के विभिन्न राज्यों के प्रतिभाशाली गायक कलाकार, जिन्होंने एक से बढ़कर गीतों का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

सुपर सीनियर ग्रुप में सुनील टुटेजा को प्रथम पुरस्कार, राकेश शर्मा को द्वितीय पुरस्कार एवं रुपेश विश्वकर्मा को तृतीय स्थान पर पुरस्कृत किया गया। चेन्नई से शामिल हुए प्रतिभागी डॉ शिवशंकर को बेहतरीन गीत के लिए सुर सरताज स्पेशल परफार्मर के खिताब से नवाजा गया तथा लखनऊ निवासी डॉ रंजना गुप्ता को सर्वाधिक लोकप्रिय गायिका के तौर पर सम्मानित किया गया। 

निर्णायक मंडल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई विश्व प्रसिद्ध म्यूज़िकोलाजिस्ट, लेखक एवं समीक्षक श्री के एल पांडेय, सुप्रसिद्ध पार्श्वगायिका मोनिका साईं और वाइस आफ रफ़ी सम्मान प्राप्त मशहूर गायक मोहम्मद आरिफ़ ने। बतौर मुख्य अतिथि श्री अनूप श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्री राकेश जायसवाल, वरिष्ठ रंगकर्मी श्री नवीन श्रीवास्तव, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर फ़ैज़ ख़ुमार बाराबंकवी, पूर्व जिलाधिकारी श्री प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव, आध्यात्म विद श्री बलदाऊ जी, संस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्री अजय श्रीवास्तव, डायरेक्टर डॉ जया श्रीवास्तव, मुख्य संरक्षक सहर जावेद फारूकी सहित अन्य पदाधिकारियों ने सभी विजेताओं और उप विजेताओं को स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र आदि प्रदान कर सम्मानित किया। इस अनुपम आयोजन का कुशल संचालन मुंबई से पधारीं लोकप्रिय गायिका आद्या श्रीवास्तव ने किया।

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